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सजग होइए‍! अंक 1 2017 | नौजवानो, क्या हुआ आपकी मुसकराहट को?

रिपोर्ट दिखाती हैं कि आजकल ऐसे नौजवानों की गिनती तेज़ी से बढ़ती जा रही है, जिन्हें गहरी निराशा है।

वे इसका सामना कैसे कर सकते हैं?

सजग होइए! के इस अंक में उन नौजवानों के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें गहरी निराशा है। इसमें यह भी बताया गया है कि माता-पिता कैसे अपने बच्चों की हिम्मत बँधा सकते हैं।

 

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नौजवानो, क्या हुआ आपकी मुसकराहट को?

हम कैसे जान सकते हैं कि किसी को गहरी निराशा है या नहीं, इसके लक्षण क्या हैं और ऐसा क्यों होता है। जानिए कि माता-पिता और दूसरे लोग कैसे मदद कर सकते हैं?

मुसकराइए, दिल खुश कीजिए

दूसरों के चेहरे पर प्यारी-सी मुसकान देखकर हमारा दिल खुश हो जाता है और चेहरा भी खिल उठता है, फिर चाहे सामनेवाला हमारा दोस्त हो या एक अजनबी।

पवित्र शास्त्र क्या कहता है?

गर्भपात

हर साल करोड़ों की तादाद में गर्भपात कराए जाते हैं। क्या गर्भपात करवाना एक निजी फैसला है या नैतिक उसूलों से जुड़ा मसला?

“उनका प्यार देखकर हमारा दिल भर आया”

25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में आए 7.8 की तीव्रतावाले भूकंप ने तबाही मचा दी। इस दौरान यहोवा के साक्षियों ने कैसे दिखाया कि मसीही सब लोगों से सच्चा प्यार करते हैं?

परिवार के लिए मदद

जताइए कि आपको अपने साथी की कदर है

जब पति-पत्नी एक-दूसरे की खूबियों पर ध्यान देते हैं और एक-दूसरे की तारीफ करते हैं, तो उनका रिश्ता मज़बूत होता है। आप यह कैसे कर सकते हैं?

क्या इसे रचा गया था?

गरमी से बचानेवाली सहारा सिल्वर चींटी की ढाल

यह ज़मीन पर रहनेवाले दूसरे जीव-जंतुओं से कहीं ज़्यादा गरमी बरदाश्त कर सकती है। वह यह कैसे कर पाती है?

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चिंताओं का सामना कैसे करूँ?

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क्या कुदरती आफतों के वक्‍त यहोवा के साक्षी दूसरों की मदद करते हैं?

जानिए कि हम कैसे कुदरती आफत आने पर ना सिर्फ साक्षियों की बल्कि दूसरों की भी मदद करते हैं।