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अच्छा नाम होने से लोग भरोसा करते हैं और आदर देते हैं

“अच्छा नाम बेशुमार दौलत से बढ़कर है”

“अच्छा नाम बेशुमार दौलत से बढ़कर है”

अच्छा नाम इतना मायने रखता है कि कई देशों में इसके लिए नियम बनाए गए हैं, ताकि कोई किसी का नाम खराब न करे। जैसे, अगर कोई किसी लेख, रेडियो या टीवी के ज़रिए किसी शख्स का अपमान करता है या उसे ज़बानी तौर पर बदनाम करता है, तो वह शख्स कानूनी कार्रवाई कर सकता है। प्राचीन समय के एक राजा ने कितना सही कहा है, “एक अच्छा नाम बेशुमार दौलत से बढ़कर है और आदर पाना सोना-चाँदी पाने से कहीं अच्छा है।” (नीतिवचन 22:1) हम अच्छा नाम कैसे कमा सकते हैं और दूसरों से आदर कैसे पा सकते हैं? इस बारे में पवित्र शास्त्र बाइबल में बेहतरीन सलाह दी गयी है।

गौर कीजिए कि शास्त्र में भजनों की किताब में क्या बताया गया है। भजन 15 के लेखक ने सवाल किया, “कौन [परमेश्वर के] तंबू में मेहमान बनकर रह सकता है?” उसी ने परमेश्वर की प्रेरणा से जवाब दिया, ‘वही जो हमेशा सही काम करता है और दिल में सच बोलता है। वह अपनी ज़बान से दूसरों को बदनाम नहीं करता, अपने पड़ोसी का कुछ बुरा नहीं करता, न ही अपने दोस्तों का नाम खराब करता है। वह किसी तुच्छ इंसान से नाता नहीं रखता, वह अपना वादा निभाता है, फिर चाहे उसे नुकसान सहना पड़े। वह रिश्वत नहीं लेता।’ (भजन 15:1-5) जो कोई इन बढ़िया सिद्धांतों पर चले, क्या आप उसकी इज़्ज़त नहीं करेंगे?

एक और गुण की वजह से हमें आदर-मान मिल सकता है। वह है, नम्रता। शास्त्र में लिखा है, “नम्र होने पर आदर मिलता है।” (नीतिवचन 15:33) जो नम्र होता है, वह यह देखता है कि उसे कहाँ सुधार करना है और उसके लिए वह कदम भी उठाता है। अगर किसी को उससे ठेस पहुँची है, तो वह तुरंत माफी माँग लेता है। (याकूब 3:2) लेकिन घमंडी लोगों का स्वभाव अलग होता है, वे जल्दी बुरा मान जाते हैं। शास्त्र में कहा गया है, “विनाश से पहले घमंड और ठोकर खाने से पहले अहंकार होता है।”​—नीतिवचन 16:18.

लेकिन अगर कोई आपके नाम पर कीचड़ उछालता है, तो आप क्या करेंगे? क्या आप गुस्से में आकर फौरन कोई कार्रवाई करेंगे? ज़रा सोचिए, ‘अगर मैं खुद पर लगाए गए इलज़ाम को झूठा साबित करने की कोशिश करूँ, तो क्या वह झूठ चर्चा में नहीं आ जाएगा?’ कानूनी कार्रवाई करना कभी-कभी सही हो सकता है। लेकिन शास्त्र में एक बुद्धिमानी की बात कही गयी है, “अपने पड़ोसी से मुकदमा लड़ने में जल्दबाज़ी मत कर।” इसके बजाय, “अपने पड़ोसी के सामने अपने मुकदमे की पैरवी कर” यानी उससे बात कर। (नीतिवचन 25:8, 9) * इस तरह सोच-समझकर कदम उठाने से आप कानूनी कार्रवाई में लगनेवाले खर्च से भी बच सकते हैं।

बाइबल सिर्फ परमेश्वर के बारे में नहीं बताती, बल्कि इसमें हमारे जीवन के बारे में भी बहुत-सी भरोसेमंद सलाह दी गयी हैं। इन सलाहों पर चलनेवाले अपने अंदर ऐसे गुण पैदा करते हैं, जिससे उन्हें इज़्ज़त मिलती है और अच्छा नाम भी।

^ पैरा. 5 किसी झगड़े को निपटाने के बारे में पवित्र शास्त्र में और भी सिद्धांत दिए गए हैं, जो आप मत्ती 5:23, 24; 18:15-17 में देख सकते हैं।