सारांश
राजा सुलैमान की छावनी में शूलेम्मिन लड़की (1:1–3:5)
शूलेम्मिन लड़की यरूशलेम में (3:6–8:4)
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सिय्योन की बेटियाँ (6-11)
सुलैमान के कारवें का बखान
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शूलेम्मिन लड़की लौट आयी, वह वफादार निकली (8:5-14)
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जवान लड़की के भाई (5क)
‘यह कौन है जो अपने साजन की बाँहों में बाहें डाली है?’
जवान लड़की (5ख-7)
‘प्यार में मौत की तरह ताकत है’ (6)
जवान लड़की के भाई (8, 9)
“अगर वह एक दीवार होगी, . . . लेकिन अगर वह एक दरवाज़ा होगी, . . .” (9)
जवान लड़की (10-12)
“मैं एक दीवार हूँ” (10)
चरवाहा (13)
‘मैं तेरी आवाज़ सुनना चाहता हूँ’
जवान लड़की (14)
‘चिकारे की तरह फुर्ती कर’
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