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परिवार के लिए मदद | बच्चों की परवरिश करना

बच्चों के लिए पढ़ना क्यों ज़रूरी है?​—भाग 2: फोन से या किताब से?

बच्चों के लिए पढ़ना क्यों ज़रूरी है?​—भाग 2: फोन से या किताब से?

 आपका बच्चा किससे पढ़ना पसंद करता है, फोन a से या किताब से?

 बहुत-से बच्चे फोन से पढ़ना पसंद करते हैं। डॉ. जीन एम. त्वेंगी कहती हैं, “आजकल के बच्चे बचपन से ही फोन या कंप्यूटर चलाना सीख रहे हैं। उन्हें एक क्लिक करके कोई लिंक खोलना या अगले पेज पर जाना ज़्यादा आसान लगता है। इस वजह से उन्हें किताब से पढ़ना पसंद नहीं आता या बोरिंग लगता है।” b

 फोन से पढ़ने के बेशक कुछ फायदे हैं। बीस साल का जॉन कहता है, “मैं जिस स्कूल में जाता था, वहाँ पर कंप्यूटर या टैबलेट से पढ़ाई होती थी। उसमें मैं कोई भी जानकारी चुटकियों में ढूँढ़ लेता था।”

 फोन से पढ़ने के और भी फायदे हैं। जैसे, आप किसी शब्द पर टच या क्लिक करके उसका मतलब जान सकते हैं, किसी विषय से जुड़े ऑडियो प्ले कर सकते हैं या वीडियो देख सकते हैं या फिर कोई लिंक खोलकर जानकारी पढ़ सकते हैं। तो क्या किताबों से पढ़ने का कोई फायदा नहीं?

 कई लोग जब गहराई से अध्ययन करते हैं तो उन्हें किताब का इस्तेमाल करना ज़्यादा पसंद है। क्यों?

  •   ध्यान देना: नेथन नाम का एक नौजवान कहता है, “जब मैं फोन या कंप्यूटर से पढ़ता हूँ, तो कई बार पॉप-अप्स और मैसेज आ जाते हैं और इससे मेरा ध्यान भटक जाता है।”

     20 साल की कैरन कहती है, “जब मैं फोन या टैबलेट से पढ़ती हूँ, तो कई बार मेरा मन करता है कि मैं कोई और ऐप खोल लूँ या कोई गेम खेल लूँ।”

     पवित्र शास्त्र से सलाह: ‘अपने वक्‍त का सही इस्तेमाल करो।’—कुलुस्सियों 4:5.

     ज़रा सोचिए: जब आपका बच्चा फोन से पढ़ाई करता है तो क्या उसका ध्यान आसानी से भटक जाता है? ऐसे में आप उसकी मदद कैसे कर सकते हैं?

     सुझाव: अपने बच्चे को समझाइए कि अगर वह फोन पर कुछ और देखने लगेगा, तो उसे अपना होमवर्क पूरा करने में और भी ज़्यादा समय लगेगा।  फिर वह दूसरी चीज़ें नहीं कर पाएगा जो उसे पसंद हैं।

  •   समझना: सही मायनों में माँ-बाप बनिए  (अँग्रेज़ी) किताब में लिखा है, “कई अध्ययनों से पता चला है कि जब लोग फोन से पढ़ते हैं, तो वे बातों को उतनी अच्छी तरह नहीं समझ पाते जितना कि किताब से पढ़ने पर।”

     इसकी एक वजह यह है कि जब लोग फोन पर कुछ पढ़ते हैं तो वे नज़र दौड़ाते रहते हैं। वे बातों को ध्यान से नहीं पढ़ते और ना ही रुककर उनके बारे में सोचते हैं। एक लेखक निकलस कार कहते हैं, “जब हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो हम कम समय में ज़्यादा-से-ज़्यादा जानकारी हासिल करना चाहते हैं।” c

     कई बार जानकारी पर एक नज़र डालना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन इसका एक नुकसान भी है। लेखक कार कहते हैं, ‘जल्दी-जल्दी पढ़ना हमारी आदत बन सकती है।’ अगर आपके बच्चे को यह आदत लग जाए, तो वह जानकारी ध्यान से नहीं पढ़ेगा और वह उसे समझ भी नहीं पाएगा।

     पवित्र शास्त्र से सलाह: “तू जो कुछ हासिल करे, उसके साथ समझ भी हासिल करना।”​—नीतिवचन 4:7.

     ज़रा सोचिए: किसी विषय को अच्छी तरह समझने के लिए आप अपने बच्चे को किताबों में या फोन में खोजबीन करना कैसे सिखा सकते हैं?

     सुझाव: ऐसा मत सोचिए कि किताब से पढ़ना ज़्यादा बेहतर है या फोन से पढ़ना ज़्यादा बेहतर है। दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। कई बार तो देखा गया है कि फोन और कंप्यूटर में ऐसी खासियतें होती हैं जिनकी मदद से  बच्चे बातें और भी अच्छी तरह समझ पाते हैं। इसलिए जब आप अपने बच्चों से बात करते हैं कि किससे पढ़ना अच्छा है, फोन से या किताब से, तो दोनों के फायदे और नुकसान के बारे में बताइए। यह भी याद रखिए कि हर बच्चे की सीखने-समझने की काबिलीयत अलग होती है।

  •   याद रखना: साइंटिफिक अमेरिकन  पत्रिका में एक लेख आया था जिसमें फरस जेबर ने लिखा, ‘किताब से पढ़ने के मुकाबले जब हम फोन या कंप्यूटर से पढ़ते हैं, तो हमारा दिमाग जल्दी थक जाता है और पढ़ी बातें याद रखना हमारे लिए मुश्‍किल हो जाता है।’

     किताब से पढ़ने का एक फायदा यह है कि आपने कोई बात जिस पेज पर पढ़ी, उसकी तसवीर आपके मन में छप जाती है। फिर जब आपको वह बात दोबारा पढ़नी हो तो आप तुरंत उस पेज पर जा सकते हैं।

     इसके अलावा, खोजकर्ताओं ने पाया कि जो लोग किताब से पढ़ते हैं वे बातें ज़्यादा अच्छे-से याद रख पाते हैं। वह इसलिए कि वे किताब से ज़्यादा अच्छी तरह सीख  पाते हैं।

     पवित्र शास्त्र से सलाह: “जो बुद्धि तुझे फायदा पहुँचाती है उसे सँभालकर रखना और अपनी सोचने-परखने की शक्‍ति गँवा न देना।”​—नीतिवचन 3:21.

     ज़रा सोचिए: क्या आपके बच्चे को कुछ पढ़कर समझने या याद रखने में मुश्‍किल होती है? अगर हाँ, तो आप उसे अच्छे-से पढ़ाई करना कैसे सिखा सकते हैं? क्या उसके लिए किताब से पढ़ना ज़्यादा फायदेमंद रहेगा?

     सुझाव: यह मत सोचिए कि आपके बच्चे को किससे पढ़ना ज़्यादा पसंद है,  बल्कि यह सोचिए कि वह किससे पढ़ने से ज़्यादा सीख पाएगा।  कई बार लोग बोलने को तो बोल देते हैं कि वे फोन से ज़्यादा अच्छी तरह पढ़ पाते हैं, पर हकीकत कुछ और होती है।

a इस लेख में ज़्यादातर शब्द “फोन” का इस्तेमाल हुआ है, पर इसमें लिखी बातें कंप्यूटर और टैबलेट जैसे दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी लागू होती हैं।

b इंटरनेट पीढ़ी  (iGen) नाम की किताब से।

c किनारों में  (The Shallows) नाम की किताब से।