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नौजवानों के सवाल

क्या हमें अपना रिश्‍ता तोड़ देना चाहिए? (भाग 2)

क्या हमें अपना रिश्‍ता तोड़ देना चाहिए? (भाग 2)

 सबसे पहले, बातचीत करने के लिए सही माहौल चुनिए। कैसा माहौल सही रहेगा?

 सोचिए कि अगर आप  उसकी जगह होते तो आप उससे कैसे व्यवहार की उम्मीद करते। (मत्ती 7:12) क्या आप चाहते कि वह सबके सामने ऐलान कर दे कि वह अपना रिश्‍ता तोड़ रहा है? शायद नहीं।

 अच्छा होगा कि आप सिर्फ एक फोन करके, एक मैसेज या ई-मेल भेजकर अपना रिश्‍ता खत्म न करें। इसके बजाय, ऐसा समय और जगह चुनिए जहाँ आप इस गंभीर मसले पर उसके साथ चर्चा कर सकें।

 जब आप उससे मिलते हैं तो आपको उससे क्या कहना चाहिए? प्रेषित पौलुस ने मसीहियों को बढ़ावा दिया कि वे एक-दूसरे से ‘सच बोलें।’—इफि. 4:25.

 ऐसे में अच्छा तरीका है, अपनी बात इस तरह कहना कि उसे ठेस न पहुँचे, पर साथ ही अपने फैसले पर अटल रहना। आप क्यों सोचते हैं कि इस रिश्‍ते को आगे बढ़ाना आपके लिए  सही नहीं है।

 आपको उसकी गलतियों की लंबी सूची सुनाने की ज़रूरत नहीं और न ही गिन-गिनकर उसे ये बताना है कि आपको उसकी कौन-कौन सी आदतें पसंद नहीं हैं। यह कहने के बजाय कि “तुम  ऐसा नहीं करते” या “तुम  वैसा कभी नहीं करते,” आप कुछ ऐसा कह सकते हैं जिससे पता चले कि आप इस रिश्‍ते के बारे में कैसा महसूस करते हैं। आप कह सकते हैं, “मुझे  ऐसा साथी चाहिए जो . . .” या “मुझे  लगता है कि हमें इस रिश्‍ते को यहीं खत्म कर देना चाहिए क्योंकि . . .।”

 यह समय अपने फैसले से डगमगाने का या दोस्त की बातों में आकर अपना फैसला बदलने का नहीं है। याद रखिए कि आपने किसी गंभीर वजह से रिश्‍ता तोड़ने की सोची है। इसलिए सावधान रहिए अगर आपका दोस्त बड़ी होशियारी से अलग-अलग तरीके अपनाकर आपका मन बदलने की कोशिश करे। लौरी नाम की एक लड़की कहती है, “जब मैंने अपने बॉयफ्रेंड से दोस्ती तोड़ दी, तो वह हमेशा उदास होने का नाटक करने लगा। शायद वह इसलिए ऐसा करता था ताकि मुझे उस पर तरस आ जाए। हालाँकि मुझे उस पर तरस आता था फिर भी मैंने उसका रवैया देखकर अपना फैसला नहीं बदला।” लौरी की तरह अच्छी तरह तय कर लीजिए कि आप क्या चाहते हैं। आपके नहीं  का मतलब नहीं  होना चाहिए।—याकूब 5:12.