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कहानी 3

राहाब यहोवा को मानती थी

राहाब यहोवा को मानती थी

यह कहानी यरीहो शहर के बारे में है। यह शहर कनान नाम के एक देश में था। यरीहो शहर के लोग यहोवा की बात नहीं मानते थे। इस शहर में एक औरत रहती थी, जिसका नाम था राहाब।

राहाब जब छोटी थी, तब उसने इसराएलियों के बारे में बहुत सारी कहानियाँ सुनी थीं। उसने सुना था कि मूसा ने कैसे लाल सागर के उस तरफ जाने के लिए सागर के बीच में से ही एक सूखा रास्ता बना दिया था। और मूसा ने कैसे इसराएलियों को मिस्र देश से बाहर निकाला था। राहाब ने यह भी सुना था कि इसराएलियों ने यहोवा की मदद से अपने दुश्मनों को कैसे हरा दिया था। लेकिन अब राहाब को एक और बात पता चली। जानते हैं क्या? उसने सुना कि अब इसराएली उसी के शहर के पास आ गए हैं!

राहाब ने जासूसों की जान बचायी क्योंकि वह यहोवा को मानती थी

एक दिन शाम को दो इसराएली छिप-छिपकर यरीहो शहर के अंदर घुस आए। वे जासूस थे और देखने आए थे कि यरीहो शहर कैसा है। देखते-देखते वे राहाब के घर आ गए। राहाब ने उनसे कहा कि आप मेरे घर में रह सकते हैं। फिर जानते हैं क्या हुआ? उसी रात राजा को पता चल गया कि दो जासूस उसके शहर में घुस आए हैं और वे राहाब के घर में हैं। राजा ने सैनिकों से कहा कि जाओ, उन्हें पकड़ लाओ। तब राहाब ने क्या किया? उसने दोनों जासूसों को अपने घर की छत पर छिपा दिया। जब सैनिक राहाब के घर आए, तो राहाब ने उनसे कहा: ‘हाँ, कुछ आदमी मेरे घर आए तो थे। लेकिन अब वे शहर में नहीं हैं। वे जा चुके हैं। अगर आप जल्दी जाकर उनका पीछा करें, तो आप उन्हें पकड़ सकते हैं।’ क्या आपको मालूम है कि राहाब ने उन जासूसों की जान क्यों बचायी?— क्योंकि वे यहोवा के लोग थे। और राहाब भी यहोवा को मानती थी। इसलिए उसने उनकी जान बचायी। राहाब को पता था कि यहोवा उन लोगों को यह देश रहने के लिए देगा।

जाने से पहले जासूसों ने राहाब से एक वादा किया। उन्होंने कहा कि जब यरीहो शहर का नाश होगा, तब राहाब और उसके परिवार की जान बच जाएगी। लेकिन क्या आपको पता है कि इन जासूसों ने राहाब से क्या करने के लिए कहा, ताकि उसकी जान बच जाए?— उन्होंने कहा: ‘यह लाल रंग की रस्सी लो और इसे अपनी खिड़की के बाहर लटका देना। अगर तुम ऐसा करोगी, तो तुम्हारे घर में जो भी होंगे, वे सब बच जाएँगे।’ राहाब ने वैसा ही किया। उसने अपनी खिड़की के बाहर लाल रस्सी लटका दी। क्या आपको मालूम है इसके बाद क्या हुआ?—

यहोवा ने राहाब और उसके परिवार को बचाया

कुछ दिनों के बाद, सारे इसराएलियों ने रोज़ यरीहो शहर के चारों तरफ 1 चक्कर लगाया। उन्होंने 6 दिनों तक ऐसा किया। मगर चक्कर लगाते वक्‍त वे सब चुप रहे, कोई कुछ नहीं बोला। लेकिन जानते हैं 7वें दिन उन्होंने क्या किया? उन्होंने 7 बार शहर के चक्कर लगाए। और उसके बाद सभी इसराएली एक-साथ ज़ोर से चिल्लाए। तभी यहोवा ने यरीहो शहर के चारों तरफ की दीवारों को गिरा दिया। लेकिन उसने एक घर का नाश नहीं किया। पता है कौन-सा? जिस घर के बाहर लाल रंग की रस्सी लटकी थी। क्या आप उस घर को तसवीर में देख सकते हैं?— राहाब और उसके घर में जितने भी लोग थे, वे सब बच गए!

आप राहाब से क्या सीख सकते हैं?— राहाब यहोवा परमेश्वर से बहुत प्यार करती थी। क्यों? क्योंकि उसने यहोवा के बारे में बहुत सारी अच्छी-अच्छी बातें सीखी थीं। आप भी यहोवा के बारे में ढेर सारी अच्छी-अच्छी बातें सीख रहे हैं। क्या आप भी राहाब की तरह यहोवा से प्यार करते हैं?— हमें पता है आप यहोवा से बहुत प्यार करते हैं!

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